रात यूं दिल में - फैज़ (with translation)
रात यूं दिल में तेरी खोई हुई याद आई,
जैसे वीराने में चुपके से बहार आ जाए,
जैसे सहाराओं में हौले से चले बाद-ए-नसीम,
जैसे बीमार को बेवजह करार आ जाए
Last night your faded memory came to me
As in the wilderness spring comes quietly,
As, slowly, in the desert, moves the breeze,
As, to a sick man, without cause, comes peace
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